मेरा प्यारा भारत, मेरा भारत महान जैसे अनेक शब्द आपने बहुत बच्चों, बूढ़ों आदि लोगों से सुने होंगे। यह शब्द ऐसे ही किसी के द्वारा नहीं कह दिए जाते। भारत देश त्योहारों का देश माना जाता है। उन्हीं त्योहारों में से एक दीपावली भी एक पर्व है। यह पर्व भारतीयों के द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व ना कि केवल भारत में मनाया जाता है अपितु यह पर्व देश के बाहर रहने वाले भारतीयों के द्वारा भी उसी हर्षोल्लास से मनाया जाता है जिस तरह भारत के निवासियों द्वारा मनाया जाता है। दीपावली भारत देश का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। यह त्यौहार सभी के लिए खुशियां लेकर आता है।
दीपावली की धूम

दीपावली का त्यौहार अक्टूबर या नवंबर की माह में मनाया जाता है। यह त्यौहार सभी के लिए खुशियां लेकर आता है चाहे वह छोटा हो या बड़ा। सभी जगह स्कूल, कॉलेजों, दफ्तरों आदि की छुट्टी इस त्योहार पर रहती यह त्यौहार साल में एक बार आता है। इस त्योहार के आते ही सभी अपने घरों की सफाई प्रारंभ कर देते हैं। सभी बड़े शौक से नए-नए कपड़े लेकर आते हैं। सभी एक दूसरे को मिठाईयां देते हैं। सभी के घरों में दीपक जलाए जाते हैं। इस त्यौहार को पटाखे जला कर भी मनाया जाता है। इन सभी से पूर्व लक्ष्मी गणेश भगवान की पूजा की जाती है। इसी प्रकार इस वर्ष भी दीपावली का त्यौहार नवंबर के माह १४ तारीख़ पर मनाई जाएगी।
रावण दहन के बाद सजावट

इस दिन रावण को पराजित करने के पश्चात तथा 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या में लौट आने की खुशी में अयोध्या में अनेक दीप प्रज्वलित किए गए। सभी और दीपक से प्रकाशमान होते घर अत्यंत सुंदर लग रहे थे। इस दिन अयोध्या निवासियों ने ना केवल अपने घर अपितु मार्गों को भी प्रकाशित किया था। इस दिन बाजारों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है अर्थात सभी और रोशनी से प्रकाशमान किया जाता है। यह सब इसी ने किया जाता है ताकि यह त्योहार एक अद्भुत त्योहार की तरह लग सके। बाजारों में इस दिन बड़ी भीड़ रहती हैं।
घरों की सजावट
अब प्रश्न यह उठता है कि हम अपने घरों को कैसे सजाएं? वैसे तो अपने घरों को सजाने के लिए लोग अनेक प्रयास करते हैं। आजकल बाजारों में अनेक तरह के सजावट के सामान पाए जाते हैं परंतु यह देखना और करना बहुत अद्भुत होगा कि घर के सामानों को ही इस्तेमाल करके कैसे घर की सजावट के रूप में प्रयोग किया जाए।

1. हम अपने घरों को मोमबत्तियां से तो सजाते हैं परंतु क्या आपने कभी इन्हीं मोमबत्ती का प्रयोग किसी अन्य मोमबत्ती को बनाने के लिए किया है। अगर नहीं किया है तो अब शुरू कीजिए। मोमबत्तियां को पिघलाकर हम उसे किसी नमक के आटे में या छोटे बोतलों के ढक्कन में डालकर अलग प्रकार की मोमबत्ती का रूप दे सकते हैं।
2. पानी वाली मोमबत्ती बनाने का ख्याल आया है कभी किसी के मन में? नहीं आया ना। तो एक काम कीजिए कांच के गिलास में आधा पानी भर लीजिए उसके पश्चात उसमें तेल डालिए और पानी वाले रंग ऊपर से डाल दीजिए इस प्रकार तेल और पानी दोनों रंग-बिरंगे हो जाएंगे अब इसके ऊपर टीन की मोमबत्ती (कैंडल दीया) रख दीजिए। अब जब आप इसे प्रकाशित करेंगे तो वह रंग बिरंगी और बहुत सुंदर दिखाई देगी।
3. इसी प्रकार घर को सजाने के लिए आप खाली कागज, अखबार के टुकड़े या भरी हुई कॉपियों के पन्ने भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक ही कतार में सभी को जोड़कर इनसे अनेक प्रकार की आकृतियों में आप ढाल सकते है। इन्हें दीवारों पर सजाया जाएगा तो यह बहुत खूबसूरत दिखाई देंगे।

4. अब आती है रंगो कि बात तो दीपावली पर रंगोली कोई कैसे भूल सकता है। आप सभी को भी बहुत अच्छे से याद होगी। रंगोली त्यौहारों पर बनाना तो भारतीयों कि परंपरा रही है।
5. दीपावली पर घरों में रंगाई का कार्यक्रम बनता है ताकि घर चमकता रहे। नया-नया दिखे।
6. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सूर्यास्त के बाद लोग देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है परंतु इन सभी से पहले भगवान का स्वागत करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए आपको घर के दरवाजों पर बंधनवार लगाना होता है तो फूलों का बंदनवार लगाना बिल्कुल मत भूलना।
इन सभी सजावटी से घर की रौनक और बढ़ जाती है। यह 1 दिन का त्यौहार नहीं है अभी तो इसे 5 दिन मनाया जाता है जिसमें पहला दिन धनतेरस, दूसरा दिन नरका चतुर्दशी या छोटी दीपावली के रूप में, तीसरे दिन मुख्य दीपावली के रूप में मनाया जाता है जबकि चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और आखरी दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है। इसी प्रकार भारत में अन्य और भी त्यौहार मनाए जाते हैं परंतु दीपावली सबसे अधिक प्रिय है भारतीयों को।
TAGS – diwali celebration images, diwali festival essay

